” मैं स्कूल जाता हूं” को ट्रांसलेट नहीं कर पाए बिहार के सरकारी स्कूल के हेड मास्टर, खुल गई बिहार शिक्षा विभाग की पोल
SDO अधिकारी ने प्रिंसिपल से पूछा मैं स्कूल जाता हूं का ट्रांसलेशन लेकिन इतना आसान सवाल का जवाब नहीं दे पाए सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल और इसी में उलझ रहे वीडियो हो रहा है तेजी से वायरल

क्या है पूरा मामला?
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया के जरिए एक वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है जिसमें कुछ अधिकारी एक स्कूल के प्रिंसिपल इस सवाल पूछते नजर आ रहे हैं और सवाल का जवाब प्रिंसिपल नहीं दे पा रहा है इससे बिहार के शिक्षा व्यवस्था पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं|
बिहार के मोतिहारी में औचक निरीक्षण के दौरान एक स्कूल का प्रिंसिपल हिंदी से अंग्रेजी में एक लाइन का अनुवाद करने में विफल रहने पर कैमरे में कैद हो गया। बिहार तक चैनल द्वारा शेयर किए गए वीडियो ने इंटरनेट पर लोगों का ध्यान खींचा और
अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) रवींद्र कुमार अचानक मोतिहारी जिले के पक्कीदयाल प्रखंड क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल का निरीक्षण किया जिसमें वह प्रिंसिपल और स्कूल के शिक्षकों से सवाल जवाब करते दिखे इस वीडियो से बिहार का किस्सा व्यवस्था की स्थिति साफ साफ दिखती है कि अभी बिहार कितना पीछे है शिक्षा के मामला में
एसडीओ रवींद्र कुमार ने प्रिंसिपल से सीधे हिंदी वाक्यांश का अनुवाद करने के लिए कहा, “मैं स्कूल जाता हूं।” हालांकि प्रधानाध्यापक अपनी टिप्पणी पर अड़े रहे, लेकिन वे वाक्यों का अनुवाद नहीं कर सके।
एसडीओ ने प्रधानाध्यापक से वाक्य का संस्कृत अनुवाद कराने का भी अनुरोध किया।वायरल होने के बाद से वीडियो को 40k से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
शिक्षा विभाग शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित करे। निरीक्षण के बाद रवींद्र कुमार ने कहा, ‘शिक्षा विभाग को समय-समय पर शिक्षकों को उचित प्रशिक्षण देना चाहिए.
इसके बाद एसडीओ रवींद्र कुमार स्कूल के प्रधानाध्यापक विश्वनाथ राम के कमरे में गए। प्रधानाध्यापक भी एसडीओ द्वारा पूछे गए कुछ बुनियादी सवालों के जवाब देने में नाकाम रहे।