पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में 70 अंकों की छूट फिर भी भड़के छात्र
Bihar News: बाबा साहेब अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी में पीएचडी एंट्रेस एग्जाम में मास्टर डिग्री के लिए छात्रों को 70 अंकों की छूट दी जाएग। बिहार यूनिवर्सिटी के प्रशासन की ओर से इसको लेकर निर्देश जारी कर दिया गया है। बिहार में पैट को लेकर बनाये जाने वाले मेरिट लिस्ट के MA के नंबर के आधार पर मिलने वाले वेटेज तय किया गया है।
बाबा साहेब अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी में पीएचडी के प्रवेश परीक्षा में अब मास्टर डिग्री के अंक भी जोड़े जायेंगे। ख़ुशी की बात ये है की अब पीएचडी की प्रवेश परीक्षा देने आए छात्रों को उनकी मास्टर डिग्री के लिए 70 अंकों का वेटेज मिलेगा।

जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में पैट को लेकर बनाए जाने वाली मेरिट लिस्ट के लिए एमए के अंकों के आधार पर छात्रों के लिए यह वेटेज तय किया गया है। इसके बारे में यूनीवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि इंटरव्यू के 20 अंक तो वहीं एमए के लिए 70 अंक तक वेटेज मिलेगा। इसके साथ ही, शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ को तीन साल से ज्यादा का अनुभव होने पर 10 अंकों का वेटेज दिया मिलेगा।
जाने कैसे मिलेंगे अंक
बाबा साहेब अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी के डीएसडब्ल्यू ने इसको लेकर निर्देश भी जारी कर दिया है, जिसके मुताबिक, मेरिट लिस्ट 100 अंक के पैमाने पर तैयार किया जाएगा। इस परीक्षा में मास्टर डिग्री के अंक भी शामिल होंग। जानकारी के लिए ये भी बता दें कि मास्टर्स डिग्री में 80 या उससे ज्यादा अंक लाने पर 70 अंकों का वेटेज मिलेगा। 75 से 80 के बीच नंबर लाने वाले विद्यार्थी को 65 अंकों तक का वेटेज दिया जाएगा। इसके बाद भी , 50 से 55 फीसदी के बीच अंक लाने वालों विद्यार्थी को 40 अंकों का वेटेज दिया जाएगा।
जाने क्यों खुश नहीं है छात्र
यूनिवर्सिटी के इस वेटेज के आदेश पर छात्र अभी भी खुश नहीं है। अभियार्थी का कहना है कि पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में अंकों का वेटेज देना नियमों के खिलाफ है। जान ले की यूनिवर्सिटी ने एमफिल सत्र 14-15 और 15-16 के उतीर्ण रिसर्चर्स निर्देश दिया है कि जिन शोधार्थियों ने एमफिल के आधार पर पैट 2021 में छूट के लिए आवेदन दिया है, वे सभी स्टूडेंट 14 अक्टूबर तक अपना आवेदन निदेशालय के कार्यलय में जमा कर कर सकते है । इसके अलावा, जिन शाधार्थियों ने 2021 में आवेदन नहीं किया है, वे पैट 2022 में छूट के लिए अपना आवेदन 20 अक्टूबर तक जमा करवा सकते है। यूनिवर्सिटी के इस फैसले से तमाम छात्र अपनी नाराजगी दिखा रहे है। छात्र नेता चन्दन यादव ने कहा की पैट 2021 के फॉर्म भरने की अंतिम तारिक 2023 तक ही थी। जबकि एमफिल का परीक्षा पिछले महीने ही हुआ है। ऐसे में परीक्षा में शामिल करना नियम के विरुद्ध है।