उम्मीद से ज्यादा भीड़ और मतदाताओं को देख अनियंत्रित हुवा निर्वाचन मंडल,चुनाव हुआ रद्द
तुतला भवानी इको विकास समिति का चुनाव हुआ रद्द,असमाजिक तत्वों द्वारा किया गया जमकर पत्थरबाजी,तुतला भवानी ईको विकास समिति का चुनाव रविवार को भारी हंगामे के कारण रद्द कर दिया गया।

इस बारे में जानकारी देते हुए निर्वाचन पदाधिकारी आई एफ एस तेजस जायसवाल ने बताया की चुनाव प्रक्रिया समय से शुरू हो गई थी ।वोटिंग के लिए भारी संख्या में ग्रामीण जुटे हुए थे। पुलिस प्रशासन की ओर से लोगों ने आने में देर हुई। जिसकी वजह से हंगामा कंट्रोल से बाहर हो गया। इस वजह से चुनाव प्रक्रिया को रद्द करना पड़ा। समय से चुनाव शुरू होने के बाद भारी संख्या में महिला पुरुष मतदान को पहुंचे हुए थे। क्यु आर टी टीम समय से ना आने के कारण असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठाकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इस बीच कुछ असामाजिक लोगों ने पत्थरबाजी कर दिया। जिसमें क्यु आर टी टीम का एक जवान घायल हो गया, और कुछ वन कर्मियों को भी चोटें आई। हालांकि पूरे चुनाव प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। मौके पर डीएफओ प्रदुमन गौरव, वनों के क्षेत्र पदाधिकारी सत्येंद्र शर्मा, वनपाल बाल्मीकि सिंह अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार,एएसपी संजय कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी तिलौथू डॉक्टर मून आरिफ रहमान, अंचला अधिकारी प्रमोद मिश्रा, तिलौथू थाना प्रभारी मनोज कुमार ,अमझोर थाना प्रभारी रामबाबू राय के साथ भारी संख्या में पुलिस बल भी पहुँची। वही ग्रामीणों को समझाने के लिए डीएफओ प्रदुमन गौरव ने भी कमान संभाला और चंदनपुरा और रमडीहरा के ग्रामीणों से शांतिपूर्वक मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने की अपील लाउडस्पीकर से करते नजर आये ,लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा और भारी हंगामा ग्रामीणों द्वारा जारी रहा।
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी चिन्टू की हुई गिरफ्तारी
तिलौथू थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि अध्यक्ष पद के प्रत्याशी चन्दनपुरा निवासी चिंटू कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है । 2018 के एक मामले में चिंटू को गिरफ्तारी किया गया है।

क्या है हंगामे की वजह ?
तुतला भवानी इको विकास समिति के चुनाव में आज जितना हंगामा हुआ उसे लेकर क्षेत्र में चर्चा काफी जोरों पर है कि आखिर क्या वजह है कि अध्यक्ष सहित तमाम पदों के लिए लोग चुनाव लड़ने के लिये क्यों इतने आतुर नजर आ रहे हैं और जिस कदर आज मतदान को ग्रामीण पहुंचे उससे तो यही लगता है कि शायद अध्यक्ष सहित तमाम पदों के लिए जो चुनाव लड़ रहे हैं उन्हें ऐसा लगता है कि एक बार अध्यक्ष बन जाने के बाद काफी कृपा बरसने वाली है ।हालांकि इस मामले में डीएफओ प्रदुमन गौरव ने साफ तौर पर कहा है कि इको विकास समिति का मंदिर की समिति से कोई लेना देना नहीं है ।यह बात अलग है कि दोनों समितियां आपसी समन्वय के साथ क्षेत्र का विकास करेंगी ।इको विकास समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी तुतला भवानी के आसपास वन क्षेत्र के देखभाल करना प्रमुख है ।कोई विशेष अधिकार इको विकास समिति के अध्यक्ष और तमाम जनप्रतिनिधियों को नहीं दी जाएगी। लेकिन इसके बावजूद इस कदर चुनाव में लोगों का बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना आश्चर्यजनक है। तुतला भवानी धाम में पिछले कुछ सालों से भारी संख्या में पर्यटकों के आने की वजह से स्थानीय लोगों को रोजगार तो मिला ही है ।साथ ही अच्छी आमदनी भी हो रही है। एक अनुमान के मुताबिक लाखों की संख्या में साल भर में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। जिससे स्थानीय लोगों के साथ साथ कमेटी को भी वाहन पार्किंग, बलि दिए जाने वाले बकरे की कटाई, सहित कई स्थानों से मोटी कमाई होती है। बहरहाल देखना यह होगा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से कमेटी का चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो जाए ताकि तुतला भवानी के विकास में स्थानीय लोगों का सहयोग रहे ,नहीं तो कहीं ऐसा ना हो कि सारा अधिकार वन विभाग अपने पास रख ले जिससे लोगों को काफी निराशा हो सकती है।